Overview
The Himalayan peaks, ancient temples, lush forest, and charming villages make the topography of Nepal. Tourists from all over the world visit this South Asian country to experience its opulent traditions. The diverse landscape of Nepal makes opportunities for thrilling adventures. While the magnificent temples offer peaceful surroundings, the picturesque landscapes, snowy peaks, imposing mountain ranges and exciting wildlife make Nepal a dream destination for honeymooners, backpackers, and family vacationers. This 5 nights 6 days Nepal tour includes all the natural, spiritual and cultural attractions of Nepal. The tour will be commenced in the capital city Kathmandu that is also known as the temple city and continue to Chitwan, the wildlife paradise and Pokhara, heaven in the Himalaya before closing at Nagarkot the viewpoint of the Everest.
Highlights
- Seek the blessings at Pashupatinath Temple in Kathmandu
- Embark on a full-day excursion to the Chitwan National Park
- Pay homage at the Gupteshar Mahadev Temple
- Take a tour of Kathmandu Durbar Square
- Witness the magnificent views of Davis Falls in Pokhara
- Enjoy sunset and sunrise views in Nagarkot
- Explore Binsabasini Temple at Pokhara
- Visit the sacred site of Swayambhunath Stupa of Kathmandu
- Enjoy a nature walk in the dense forest of Nagarkot
Itinerary
पहला दिनपहला दिनरांची से हमारी ट्रेन नं. 15027 THE GKP EXP 16;50 में यहाँ हमरी ट्रेन गोरखपुर के लिए प्रस्थान करेंगे यात्रीगण अपनी व्यवस्था अनुसार रात्रि भोजन की व्यवस्था आपकी स्वयं की होगी ।
सुबह चाय, नाश्ता व दोपहर भोजन की व्यवस्था ट्रेन में की गई है आप आपने साथ सुखे नाश्ते रखें। क्योंकि गोरखपुर से पहले कोई बडा स्टेशन नहीं रहती तो नाश्ता मिलने की सम्भावना कम रहती है। गोरखपुर पहुंचने के पश्चात् रात्रि भोजन की व्यवस्था की गई है। सभी यात्री वहां पर एकत्रित होंगे , सभी यात्रियों के आने के बाद स्टेशन से कुछ ही दूरी पर समिति की बस खड़ी रहती है, जो मैनेजर के दिशा निर्देश पर सभी यात्री स्टेशन से बाहर निकलेंगें। यदि कोई यात्री अपनी मर्जी से बाहर निकलता है और बस खोजने में परेशानी आती है, तो उसके जवाबदार आप स्वयं होगें और वह मार्ग भटक जाता है तो उसकी जवाबदारी स्वयं की होगी। नवतनवा पहुंचने के पश्चात् स्टेशन के बाहर समिति द्वारा व्यवस्थित वाहनों से नेपाल की ओर प्रस्थान करेंगे । नेपाल बार्डर पहुंचने के पश्चात् हमारी बस बार्डर पे रुक जायेगी, आप सभी बार्डर से होटल पे जायेंगें । नेपाल बार्डर पे ही होटल मानसरोवर में आपके रुकने की व्यवस्था की गई है व सुबह नाश्ते की व्यवस्था भी रूम पे की गयी है।
प्रातः 7:00 बजे नाश्ता कर पुनः बस में बैठेंगे । हमारी बस लुम्बिनी भगवान गौतम बुद्ध का जन्मस्थान का दर्शन करने के लिये प्रस्थान करेगी। होटल मानसरोवर से 60 कि.मी. की दूरी में लुम्बिनी है, जो गौतम बुद्व का जन्मभूमि है। लुम्बिनी में प्रायः युनेस्कोें द्वारा सम्मिलित सभी देश गौतम बुद्व का अपना - अपना मंदिर बनवाए हैं ,जो यहां का हर मंदिर अपने आप में अत्यंत ही खुबसुरत और देखने लायक है। (लुम्बिनी बस स्टैण्ड से यात्रियों को पूरे मंदिर का दर्शन करने के लिए सेल्फ टैक्सी करना होता है, टैक्सी में प्रति यात्री 100/- टिकट लेता है और 01:30 घंटे में पूरा मंदिर घुमा कर वापस ले आता है। आप लुम्बिनि बस पार्किंग पहॅुचने के बाद सभी 01:30 घंटे में दर्शन कर आप सभी यात्रीगण बस पार्किंग में वापस आ जाएंगे । तत्पश्चात् हम पोखरा के लिये प्रस्थान । आपको पोखरा पहॅुचने में लेट होगी व आपके रात्रि भोजन करने में लेट होगी। पोखरा रात्रि (09:00) बजे तक हमारी बस पहुंचने की संभावना हैं, पोखरा पहुंचने के पश्चात् रात्रि भोजन की व्यवस्था की गई है, व भोजन करने के पश्चात् विश्राम आप अपने - अपने रूम में करेंगे । लुंबिनी: - लुंबिनी भगवान बुद्ध की जन्म स्थली है। यह भारत के बिहार राज्य की उत्तरी सीमा के निकट वर्तमान नेपाल में स्थित है। युनेस्को तथा विश्व के सभी बौद्ध सम्प्रदाय महायान ,बज्रयान थेरवाद आदि के अनुसार यह स्थान आज नेपाल के कपिलवस्तु में है जहॉ पर युनेस्कोें का अधिकारिक स्मारक लगाये गये हैं। सभी बुद्ध धर्म के सम्प्रदायों ने अपने संस्कृति अनुसार के मंदिर, गुम्बा आदि निर्माण किये है। इस स्थान पर सम्राट अशोक द्वारा स्थापित अशोक स्तम्भ में ब्राह्मी लिपिकृत प्राकृत भाषा में बुद्ध का जन्म स्थान होने का वर्णन किया हुआ शिलापत्र व्यवस्थित है। वर्तमान में इसे रूम्मनदेई नाम से पहचाना जाता है।
पोखरा यह एक बहुत ही खुबसुरत शहर है, इस शहर का नाम पोखरा झील के नाम पर ही पड़ा है, जिसे लोग फिवालेक झील भी कहते है। यहां होटल से ही समस्त भक्तजन नित्यकर्म, स्नान आदि से निवृत्त होकर सभी यात्रीगण सुबह सूर्यादय से पहले उठ कर फिवरलेक का भ्रमण के लिए पैदल या स्वयं की व्यवस्था से निकलेंगें, प्रातः 9.00 बजे आप नाश्ता इसी जगह से करेंगें जहां आपने रात्रि भोजन की व्यवस्था थी। सुबह आप अपना समान रूम पे ही छोडकर बस पे पोखरा भ्रमण के लिए जाएंगे । आप हमारी समिति द्वारा व्यवस्थित वाहनों से मंदिरों के दर्शन विंध्वासिनी मंदिर, डेविड फाल (इंडियन में 20 रु और नेपाली में 30 रु), गुप्तेश्वर महादेव (इंडियन में 65 रु और नेपाली में 100 रु) का दर्शन करेंगे । इसमें आपको हर जगह समय दिया जायेगा। यदि आप समय का सदुपयोग नही करेंगे तो कोई दर्शनीय स्थल आपका छूट सकता है तो समय का विशेष ध्यान देगें। दर्शन करने के दौरान दोपहर में खाना आपका स्वयं का होगा। दर्शन करने के पश्चात् आप पुनः अपने - अपने रूम में वापस आ के पुनः रात्रि भोजन उसी जगह पर करेंगे, जहां आप सुबह का नाश्ता किये थे। तत्पश्चात् आप पुनः रात्रि विश्राम अपने अपने रूम में करेंगे । पोखरा: - - पोखरा नेपाल के पश्चिमांचल विकास क्षेत्र में स्थित एक नगर है। यह नगर गण्डकी अचंल का कास्की जिला के पोखरा घाटी में स्थित है। यह नेपाल का दूसरा बड़ा शहर है। पोखरा नेपाल के पश्चिमांचल विकास क्षेत्र गण्डकी अंचल और कास्की जिला का सदरमुकाम है।
सुबह पुरे समस्त भक्तजन नित्यकर्म, स्नान आदि से निवृत्त कर 5 बजे तक आप अपने पुरे समान को होटल से लाकर बस में बैठेंगे । जिसके पश्चात् हम मनोकामना देवी के दर्शन के लिये जायेगें। नाश्ते की व्यवस्था पैकिंग सिस्टम से रहेगी, जो आपको बस में बैठनें के बाद उपलब्ध करवाई जायेगी व पानी बोतल की व्यवस्था स्वयं के व्यय से रहेगी। पोखरा से काठमाण्डु लगभग 160 कि.मी. की यात्रा है, पोखरा से लगभग 100 कि.मी. की दूरी में मनोकामना देवी का मंदिर स्थित है। जहां दर्शन के लिए रोप-वे (डोली) से ही जाना रहेगा। यहां प्रति यात्री भारतीय 525/- या नेपाली 840/- का टिकट सेल्फ लेना होगा। यहां 500 - 2000/- का इंडियन नोट प्रायः नहीं लेते। वहां 100/- या उससे निचे का नोट लेंगे या नेपाली नोट को ही लेंगे। मनोकामना मंदिर के दर्शन का जो भी किराया होगा उसे यात्री स्वयं वहन करेंगे एवं दोपहर को खाने की व्यवस्था आपकी स्वयं की रहेगी। मनोकामना दर्शन उंचे पर्वत श्रृंखला पर है। इस दर्शन के लिये ट्राली की सुविधा रहती है। आप ट्राली में पहाड़ी से होकर 22 किलोमीटर जाना रहता है, आप मनोकामना मंदिर के दर्शन कर आप वापस आ जायेगें और जहॉं आपको बस छोड़ी थी। आप उसी जगह में आकर अपनी बस में बैठेगें। तत्पश्चात् हमारी बस (05.30) बजे काठमाण्डु के लिये प्रस्थान करेगी। आपके लिये रात्रि का भोजन व विश्राम की व्यवस्था काठमाण्डु रूम में किया गया है। मनोकामना देवी :- मनोकामना देवी मनोकामना भगवति गोरखा में स्थित मनोकामना मंदिर भी एक महत्वपूर्ण देवी स्थान शक्तिपीठ माना जाता है। मन की कामना पूरी होती है ऐसा माने जाने के कारण इस भगवती का नाम मनोकामना पड़ गया। रामशाह की रानी स्वयं मनोकामना भगवती का अवतार थी। यह जन विश्वास है। दशहरे में पूजा करने आने वाले श्रद्धालुुओं की बहुत बड़ी भीड़ लगती है। यहां प्रत्येक अप्टमी के दिन बली चढ़ाने की परंपरा है जिससे मनोकामना के दर्शन से मनोकांक्षा पूर्ण होती है। नोट नोट:- यदि आप जितना लेट मंदिर दर्शन में करेंगे उतना ही हमें काठमाण्डु पहुंचने में विलंब होगी जिससे आपको भोजन व विश्राम करने में असुविधा होगी। आप सभी यात्रियों से निवेदन है कि आप समय पर विशेष ध्यान दें।
सभी भक्तजन नित्यकर्म, स्नान आदि से निवृत्त होकर प्रातः 5.00 बजे आप पशुपतिनाथ जी के दर्शन के लिए जाऐंगें, पशुपतिनाथ जी का मंदिर, आप जिस होटल पर ठहरेंगे, वहां से लगभग 500 मीटर की दूरी है तथा होटल के सामने का मुख्य मार्ग की सड़क पार करने पर मंदिर का मुख्य द्वार सामने ही दिखेगा। पशुपतिनाथ, गुप्तेश्वर शक्तिपीठ के दर्शन के बाद आपको पुनः वापस होटल में आकर नाश्ता करेगें जो 9.00 बजे से प्रारम्भ रहेगी जहॉं आप रात्रि भोजन किये थे वही सुबह नाश्ता की भी व्यवस्था रहेगी। तत्पश्चात् हमारी बस 10.00 बजे काठमांडु भ्रमण (पशुपतीन बुद्ध स्तूप, बुढ़ा नीलकण्ठ) के लिये निकलेगी। काठमांडु दर्शन के दौरान दोपहर का खाना होगा। दर्शन करने के पश्चात् रात्रि विश्राम व भोजन अपने रूम में करेंगें। पशुपतिनाथ :- पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल की राजधानी काठमाडू से 3 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में बागमती नदी के किनारे देवपाअन गांव में स्थित एक हिन्दू मंदिर है। नेपाल के एक धर्म निरपेक्षा राष्ट्र बनने से पहले यह मंदिर राष्ट्रीय देवता, भगवान पशुपतिनाथ का मुख्य निवास माना जाता था। यह मंदिर यूनेस्को विश्व सांस्कृतिक विरासत स्थल की सूची में सूचीबद्ध है। पशुपतिनाथ में आस्था रखने वालों मुख्य रूप में हिंदुओ को मंदिर परिसर में प्रवेश करने की अनुमति हैै। गैर हिंदु आंगतुकों को इसे बाहर से बागमती नदी के दूसरे किनारे से देखने की अनुमति है। यह मंदिर नेपाल में शिव का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। 18 वीं शताब्दी के राजा प्रताप मल्ल से शुरू हुई परंपरा है कि मंदिर में चार पुजारी भट्ट और एक मुख्य पुजारी दक्षिण भारत के ब्राह्मणों में से रखे जाते है। पशुपतिनाथ में शिवरात्रि का पर्व विशेष महत्व के साथ मनाया जाता है।
आप समस्त भक्तजन सुबह शीघ्र उठकर नित्यकर्म, स्नान आदि से निवृत्त होकर प्रातः 8.00 बजे नाश्ता आप इसी जगह से करेंगें जहां आपने रात्रि भोजन की थी। तत्पश्चात् हम 09.00 बजे भक्तपुर (इडियन में 350 रु और नेपाली में 500 रु), शांघा (इडियन में 65 रु और नेपाली में 100 रु), डोलेश्वर महादेव के लिए हमारी बस निकलेगी। दर्शन करने के पश्चात् रात्रि विश्राम अपने होटल रूम में करेंगें व आप होटल पहुंचने के पश्चात् फ्री हो जावेंगें तो आप मार्केटिंग भी कर सकते है।
आप समस्त भक्तजन सुबह शीघ्र उठकर नित्यकर्म, स्नान आदि से निवृत्त होकर प्रातः (05.00) बजे तक अपना सामान लेकर बस में बैठ जाएंगें। तत्पश्चात् काठमांडु से हमारी बस प्रातः (05.00) बजे होटल से जनकपुर के लिए प्रस्थान करेंगे । आप समस्त भक्तजन रात्रि भोजन व विश्राम जनकपुर होटल रूम में करेंगे ।
हम सुबह जनकपुर होटल रूम में स्नान व नित्यकर्म कर समिति द्वारा व्यवस्थित वाहन से जनकपुर (सीता मईया का जन्म स्थान) भ्रमण के लिए प्रस्थान करेंगे। दोपहर भोजन की व्यवस्था के व्यय से रहेगी। भ्रमण करने पश्चात् सभी भक्तजन सीतामणी के लिए प्रस्थान करेेंगे। वहॉ सीतामणी माता का दर्शन करते हुए, रात्रि भोजन व विश्राम सीतामणी रूम में करेंगे । अयोध्या घुमा कर आप सभी यात्री गोरखपुर के प्रस्थान करेंगे
तत्पश्चात् हमारी ट्रेन न. - 15028 MAURYA EXPRESS प्रातः (07;20) बजे गोरखपुर रेल्वे स्टेशन से HATIA के लिए रवाना होगी । आप सब भक्तजन अपने अपने बर्थ पर बैठ जायेंगें। सुबह चाय , नाश्ता, दोपहर भोजन व रात्रि भोजन व्यवस्था ट्रेन पर की जायेगी।
Cost
The Cost Includes
- Pick-up or Drop-off service from and to Airport(in our own vehicle)
- Transportation to and from!!
- Food all along the trip(Breakfast, Lunch, Dinner and a cup of coffee or tea) and accommodations during the trip in hotels with family environment
- Transportation, food, accommodation and insurance of Guide during the trip
- Down jacket, all-season sleeping bag, duffel bag and trekking map(in case if you don’t have your own. Down jacket, sleeping bag and duffel bag must be returned after completion of the trip)
- First Aid Medical Kit(Your guide will carry the Medical Kit but we also advise to bring yourself for your own use, as far as possible)
- All the required permits and paperwork
The Cost Excludes
- International Airfare
- Visa Charges
- Hotel Expenses(In Kathmandu, some packages do include hotel expenses)
- Your travel and medical insurance
- Personal Expenses such as shopping, bar bills, hot shower, telephone, laundry, titbits etc
- Food and accommodations in Kathmandu
- Services not mentioned or not promised by the agent/agency
- Emergency expenses such as expenses on chartered helicopter.
Frequently Asked Questions (FAQs)
Annapurna Base Camp is a Grade B or a moderately difficult trekking route. So any fit person can do this trek, even if you do not have any previous experience. You should be aware of what to expect and mentally prepare for it. Then, as long as you will too, you can.
On average, you walk about 4 to 6 hours per day. One or two days can be as less as 3hrs and one or two days can be as long as 7hrs.
The highest altitude reached is 4190m. This is the elevation of Annapurna Base Camp. ABC is the highest we will climb in this trek.
Yes, you can charge batteries en route. Charger should be brought. There are hot shower facilities as well. You may have to pay a certain amount for both ($1-$2). Negotiate. Also, a hot water facility could be free at a lower elevation.
No. There are no ATMs on this trek route. You will have to draw enough cash in Pokhara or Kathmandu. There are a number of ATMs in these cities. Everything is paid in Nepali rupees. So money should be exchanged before the start of the trek.
Yes. The Internet can be accessed in most places. Sometimes, there might be some technical problems. The Internet in Nepal is not as fast as you are used to and at times you can just lose connection.
Not really. It depends on you. If you want, ABC trekking can be done independently. You could hire a guide and a porter by yourself instead of going through an agency or not hire a guide at all. Although, not having a guide can be a little problematic during the offseason.
It really depends on you. Is it your first time in Nepal? How confident are you of being able to find your way around? How pressed on time are you? If you go through an agency, it will be costlier but everything will be planned. You will only have to come, trek and return.
For the Annapurna region, pay for guides range from $20 to $30 per day and porters take $15 to $25 per day.